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अभिनेताओं के बारे में

अभिनेताओं के बारे में - रास कला मंच

अभिनेताओं के बारे में


गौरव सक्सेना

जिला फ़र्रुखाबाद में जन्मे गौरव सक्सेना ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। अपने कॉलेज समय में ज़ोनल तथा इंटर-ज़ोनल युवा समारोह में "घासीराम कोतवाल" और "भ्ग्वद्ज्जुकम" जैसे नाटकों में अभिनय किया और बेस्ट एक्टर भी रहे। तभी से इनकी रुचि थिएटर में बढ़ गयी और स्नातक की शिक्षा के बाद व्यावसायिक तौर रास कला मंच रंगमंडल के साथ अभिनय करना शुरू कर दिया। नाटकों के साथ साथ ये संगीत में भी रुचि रखते हैं। रास कला मंच रंगमंडल के साथ इन्होने 'परसाई की चौपाल', 'कहन कहानी कहन', 'नागमंडल', 'सखाराम बाइंडर' व 'कुरुक्षेत्र गाथा' इन नाटकों में बतौर अभिनेता काम किया है। इसके साथ-साथ इन्होने संगीत संचालन और मंचपरे में भी काम किया। भविष्य में ये अपने आपको समस्त भारत में एक कुशल अभिनेता के रूप में स्थापित करना चाहते है।

धंजित काकोटी

धंजित काकोटी का जन्म गुवाहाटी, असम में हुआ । ये 2009 से थियेटर अभिनेता के रूप में कार्य कर रहें हैं । इन्होने मध्य प्रदेश स्कूल ऑफ ड्रामा से थियेटर में डिप्लोमा प्राप्त किया है । एक अभिनेता के रूप में इन्होने प्रसिद्धि प्राप्त थियेटर निर्देशकों के साथ काम किया है जैसे संजय उपाध्याय, सी. आर. जांबेय, कन्हैया कैथवास और आलोक चैटर्जी प्रमुख है । वर्तमान में ये रास कला मंच के साथ बतौर अभिनेता जुड़े हैं ।

किरण दत्त

सोनीपत जिले में जन्मी किरण अपनी स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई गीता विद्या मंदिर कन्या महाविद्यालय, सोनीपत से कर रही है। ये अपने महाविद्यालय में थियेटर सोसाईटी ‘अदाकारा’ की अध्यक्ष भी हैं । इन्होने युवा महोत्सव, प्रतिभा खोज प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक, मूक अभिनय और अन्य कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया और सभी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया । इन्होने हिन्दी और संस्कृत नाटक जैसे ‘कपालिका’, ‘सुगंधी’, ‘सूर्य की अंतिम किरण से सूर्य की पहली किरण तक’, 'लाइसैन्स’, ‘उत्तररामचरित’ में बतौर अभिनेत्री काम किया है । इन्हे विश्वविद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए सम्मानित किया गया है । चार साल के रंगमंच के अनुभव के साथ रास कला मंच रंगमंडल में इन्होने नाटक "नागमंडल", "कहन कहानी कहन", तथा "कुरुक्षेत्रगाथा" मे बतौर अभिनेत्री काम किया है और नाटक "परसाई की चौपाल" का भी हिस्सा रहीं।

चाँद भारद्वाज

पानीपत (हरियाणा) में जन्मे चाँद शर्मा ने अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई मास कम्युनिकेशन विषय में आर्य कॉलेज पानीपत से की। फिलहाल पंजाबी यूनिवर्सिटी,पटियाला से थिएटर एंड टेलीविजन विषय में एम. ए कर रहे हैं। कॉलेज समय में युथ फेस्टिवल, टैलेंट शो, राष्ट्रीय स्तर की रत्नावली प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर उम्दा प्रदर्शन करते हुए 4 बार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार हासिल करने में सफल रहे।ये पिछले 6 वर्षों से अभिनेता के तौर पर रास रंगमंडल से जुड़े हुए हैं।इस दौरान 15 से अधिक नाटकों में जैसे कि "चंदू भाई नाटक करते हैं", "खामोश अदालत जारी है","घासीराम कोतवाल","अज़हर का ख़्वाब","भगवत-अज्जुकम","ईडिपस","गिद्ध","हम तो ऐसे ही हैं", "नागमंडल", कुरुक्षेत्र गाथा" बतौर अभिनेता काम किया। परसाई की चौपाल,दूसरा आदमी-दूसरी औरत, मै कहानी हूँ, इत्यादि नाटकों में नेपथ्य में काम किया। तीन सम्बन्ध, हीर-रांझा में सहायक निर्देशक के रूप में कार्य किया।

सोमवीर प्रजापत

सोमवीर प्रजापत का जन्म पानीपत (हरियाणा) में हुआ। इन्होने अपनी स्नातक स्तर की पढ़ाई राजकीय महाविद्यालय करनाल से पूरी की। वर्तमान में ये कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र से स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई कर रहें हैं। कॉलेज के समय से ही ये युवा उत्सव, प्रतिभा खोज प्रतियोगिता, कला-संगम, रत्नावली आदि में भाग लेते रहें हैं और पिछले कई वर्षो से रास कला मंच, सफीदों के साथ बतौर अभिनेता कार्यरत हैं। अब तक इन्होने बतौर अभिनेता बहुत से नाटको जैसे “चंदू भाई नाटक करतें हैं”, “परसाई की चौपाल”, “तीन संबंध”, "कहन कहानी कहन" और मंच परे भी ये “दूसरा आदमी दूसरी औरत”, “मैं कहानी हूँ” नाटकों का हिस्सा रहे हैं। "नागमंडल" व "कुरुक्षेत्र गाथा" आदि नाटकों में संगीत संचालक व सहनिर्देशक के रूप में भी इन्होने कार्य किया है। रास कला मंच, सफीदों, रंगमीत रंगमंडल, हिसार, रंग आधार, नरवाना आदि नाट्य दलों के साथ भी कार्य कर चुके हैं। इन्होने युवा महोत्सव में बतौर सहनिर्देशन भी कार्य किया है। 6ठे , 7वें, 8वें, “चलो थिएटर” नाट्य उत्सव की तरह 9वें "चलो थिएटर" नाट्य उत्सव भी में ये जनसंचार और विज्ञापन विभाग का कार्य भार संभाल रहे हैं।

आशीष सैनी

आशीष सैनी अपनी स्नातक स्तर की पढ़ाई आर्य पी.जी. कॉलेज, पानीपत से कर रहे हैं | ये हर बार युवा महोत्सव, प्रतिभा खोज प्रतियोगिता और रत्नावली में भाग लेते रहे हैं | रास कला मंच के साथ पिछले 3 वर्षो से बतौर अभिनेता काम कर रहे है | इन्होने बहुत से नाटको जैसे “चंदू भाई नाटक करते हैं”, “परसाई की चौपाल” “कुरुक्षेत्र गाथा”, “नागमंडल” व “कहन कहानी कहन” आदि में बतौर अभिनेता और “दूसरा आदमी दूसरी औरत” और “मैं कहानी हूँ” में मंच के पीछे काम किया | ये 7वें, 8वें, 9वें चलो थिएटर का भी हिस्सा रहे हैं |

विवेक कुमार मिश्रा

विवेक मिश्रा चंपारण, बिहार के रहने वाले हैं । रास कला मंच, सफीदों हरियाणा से ये बतौर कलाकार जुड़े हुए हैं। रास कला मंच में रहते हुए इन्होने नाटक मारिया फरार में अभिनेता और अनुवादक के तौर पर कार्य किया है । इन्होने अपनी प्रतिभा को सबके सामने नाटक मारिया फरार के माध्यम से एक कलाकार और लेखक के रूप में प्रस्तुत किया है और इनका कहना है कि भविष्य में भी यह रंगमंच और लेखन कार्य इनको अभिनेता, अनुवादक और लेखक के रूप में ऊर्जा देता रहेगा ।

श्वेता कुमारी

श्वेता कुमारी का जन्म हजारीबाग, झारखंड में हुआ । इन्होने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अपने शहर में ही ग्रहण की । स्कूल के समय से ही इन्होने अपने अभिनय की शुरुआत की थी जिसके उपरांत इनका आकर्षण नाट्य रंगमंच की और बढ़ता चला गया । पिछले 4 वर्षों से इन्होने रंगमंच के क्षेत्र में अलग-अलग विधाओं के नाटकों में अभिनय किया हैं । इस वर्ष ये बतौर अभिनेत्री रास कला मंच के साथ जुड़ी है और यहाँ इन्होने नाटक मारिया फरार का मुख्य किरदार मारिया को निभाया है ।

अभिषेक अमन

जिला गिरिडीह झारखंड में जन्मे अभिषेक सिंह स्नातक की शिक्षा के दौरान रंगमंच से जुड़े । कॉलेज के समय ही युवा महोत्सव में इन्होने नाट्य मंचन, नुक्कड नाटक और राष्ट्रीय नाट्य प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपने आपको अभिनय के क्षेत्र में स्थापित किया । दूरदर्शन बिहार पर प्रसारित धारावाहिक “दुल्हन वही जो सबके मन भाए” और मगही फिल्म, देवन मिसिर में भी अपने अभिनय को प्रस्तुत किया । ये अभिनय के साथ-साथ लेखन और संगीत में भी सक्रिय रहे और अब रास कला मंच के रंगमंडल के साथ व्यसायिक तौर पर बतौर अभिनेता काम कर रहे हैं ।

शिवानी दूबे

शिवानी दूबे जिला पूर्वी चंपारण की रहने वाली हैं। इन्होने गोपी राधा बालिका इंटर कॉलेज (U.P.) से अपनी इंटर्मीडियट की पढ़ाई पूरी की और अभी ये दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। इन्होने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी से रंगमंच की कार्यशाला भी की है। वर्तमान में ये रास कला मंच रंगमंडल के साथ अभिनेत्री के रूप में कार्य कर रही है। यहाँ इन्होने रेज़ांग ला नाटक में मंच परे में भी कार्य किया है।

पवन भारती

पवन भारती झारखंड के रहने वाले हैं। इन्होने संत कोलम्बा महविद्यालय, हज़ारीबाग से अपनी इंटर और स्नातक की पढ़ाई पूरी की और यही से इन्होने अपना रंगमंचीय सफर शुरू किया। ये पिछले चार वर्षों से रंगमंच से जुड़े हुए हैं। इन्होने दीपक झा के निर्देशन में नागमंडल, ब्रेन वॉश, सवा सेर गेहूं की कीमत में बतौर मुख्य अभिनेता कार्य किया हैं तथा अमरेन्द्र विद्यार्थी के निर्देशन में आज़ाद हूँ मैं और चंपारण एक सत्याग्रह में भी मुख्य किरदार निभाया हैं। इन्होने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर सफलता हासिल की हैं। वर्तमान में ये रास कला मंच में बतौर अभिनेता काम कर रहे हैं।

अर्जुन सिंह

अर्जुन सिंह का जन्म जिला बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश में हुआ । इन्होने दिल्ली में रंगमंच के लिए 1 वर्ष तक बतौर अभिनेता के रूप में कार्य किया । इन्होने यहाँ रहते हुए “मायानगरी”, “सस्ते जहाज का सपना”, जैसे कई नाटकों में अभिनय किया और इसके साथ-साथ इन्होने कई नुक्कड़ नाटक भी किए । वर्तमान में इन्होने व्यावसायिक तौर पर रास कला मंच के साथ बतौर कलाकार जुड़े हुए हैं ।

आशीष पाठक

आशीष पाठक का जन्म बिहार के मोतीहारी जिले के गाँव पटखौलिया में हुआ । कुछ समय बाद इनके परिवार ने दिल्ली में पलायन किया वहीं से इन्होने थियेटर की शुरुआत की । इन्होने अपनी इंटर तक शिक्षा दिल्ली के सरकारी स्कूल से पूरी की । इनके परिवार में शास्त्रीय संगीत की परंपरा रही है लेकिन इनका रुझान संगीत के साथ-साथ अभिनय की तरफ भी बढ़ा । इन्होने दिल्ली के कई नाट्यदलों के साथ नाटकों में (सस्ते जहाज का सपना, मायानगरी) बतौर अभिनेता काम किया । नाटकों के साथ साथ इन्होने नुक्कड़ नाटक भी किए । वर्तमान में आशीष पाठक हरियाणा के थियेटर समूह रास कला मंच (रंगमंडल) में बतौर कलाकार जुड़े हुए हैं ।

कमल कुमार

कमल कुमार का जन्म दिल्ली में हुआ । इन्होने अपने रंगमंच की शुरुआत बारहवीं कक्षा में पढ़ते हुए ही आरंभ कर दी थी । इसके बाद इन्होने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की परीक्षा पास की । इन्होने स्नातक के दौरान वहाँ की दिल्ली विश्वविद्यालय की थियेटर समिति के साथ भी काम किया । 2016 से ये दिल्ली के कई नाट्यदलों के साथ व्यावसायिक अभिनेता के तौर पर काम कर रहे थे । इन्होने युवा रंगकर्मी जतिन सरना, विकास बाहरी, कुलजीत सिंह, समीप सिंह जैसे अनुभवी निर्देशकों के साथ काम किया है । इनके द्वारा अभिनीत नाटक, दरगाह वाले राम, गेंगस्टर समिति, द सुसाइड फेक्टरी, बाप रे बाप, दो राहें, वीर अभिमन्यु, चिड़िया और चाँद, डाकन देवी, अग्नि और बरखा जैसे नाटकों में बतौर अभिनेता व मंच परे रहकर अपना योगदान दिया है । वर्तमान में ये हरियाणा के थियेटर नाट्यदल रास कला मंच सफीदों के साथ बतौर अभिनेता जुड़े हैं ।

आरती चनालिया

यमुनानगर, हरियाणा में जन्मी आरती चनालिया ने अपनी स्नातकोत्तर की शिक्षा थिएटर एवं टेलीविज़न विभाग मे लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से प्राप्त की । ये पिछले चाल वर्षों से रंगमंच में कार्यरत हैं। इन्होने ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी के राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेकर सफलता हासिल की हैं। इन्होने कशिश देवगन के निर्देशन में ‘कथा अशोक’, ‘क्योंकि मैं ग़ुलाम थी’, ‘कर्म चक्कर’, ‘समाधि सर्प’ नाटकों में अभिनय किया है। इन्होने सुख बहादुर जी के निर्देशन में भी कार्य किया है जिसमे इन्हे Rishety The Journey Of Life, Paisa In Mind The Love Is Blind, The Marriage Proposal नाटकों में अपने अभिनय के प्रदर्शन का मौका मिला। वर्तमान में ये रास कला मंच रंगमंडल के साथ बतौर अभिनेत्री कार्य कर रहे हैं।

रिया थनई

रिया थनई सफीदों (जींद) में रहती है। ये बहुत उत्साही, काम करने के लिए ईमानदार और कर्तव्यपरायण है। उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई दयाल सिंह कॉलेज, करनाल से की और पोस्ट ग्रेजुएशन मेटिस डिग्री कॉलेज, अंटा, सफीदों से किया। वर्तमान में ये बी.एड. की पढ़ाई कर रही हैं । ये एक आशावादी दृष्टिकोण रखती हैं और उनमें नई चीजें सीखने की लगन है। उनकी रुचि के क्षेत्र में एक अभिनेता के रूप में आगे बढ़ने के लिए ये वर्तमान में रास कला मंच के साथ काम कर रही हैं। रास रंगमंडल में इन्होने ‘रेजांग ला’ नाटक में मंच परे में कार्य किया है।

जीवन ज्योति

जीवन ज्योति अमृतसर, पंजाब की रहने वाली हैं। अपनी कॉलेज की शिक्षा के दौरान ही इन्होने रंगमंच में अपना पहला कदम रखा । जहां इन्होने युवा महोत्सवों में भाग लेना शुरू किया । रंगमंच से जुड़कर इन्होने सुखविंदर कौर, रमनदीप कौर, गुरिंदर मकना, केवल धालीवाल जैसे निर्देशकों के निर्देशन में नाटक, नुक्कड़ नाटक और नेपथ्य कार्य किया है। इन्होने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से थिएटर एवं टेलीविज़न विभाग में अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की । वहाँ इन्होने सुख बहादुर बशेल, बृजेश शर्मा, बलजिंदर कौर शर्मा जैसे निर्देशकों के निर्देशन में कई नाटक किए जिसमे से प्रमुख हैं – रिहाई, जसमा ओढ़न, आषाढ़ का एक दिन, The Marriage Proposal, Paisa In Mind To Love Is Blind. वर्तमान में ये रास कला मंच रंगमंडल के साथ बतौर अभिनेत्री कार्य कर रही हैं।

योगिता शर्मा

योगिता शर्मा का जन्म जींद जिले के रत्ताखेड़ा गाँव में हुआ । इनकी प्रारम्भिक शिक्षा सफीदों में हुई है और ये वर्तमान में रास कला मंच सफीदों से जुड़ी हुई हैं और यहाँ पर ये रास कला मंच की नाट्य प्रस्तुतियों के कलाकारों के वस्त्र विन्यास में अहम भूमिका निभाती है । इन्होने मारिया फरार, संक्रमण से वायरस तक, रेज़ांग ला नाटकों में वस्त्र विन्यास का कार्य किया है। इनकी रुचि ललित कला क्षेत्र में भी है। रास कला मंच रंगमंडल द्वारा आयोजित दस दिवसीय मुखौटा निर्माण कार्यशाला में भी इन्होने भाग लिया और कई मुखौटों का निर्माण किया।

डॉ॰ मधुदीप सिंह

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र की जनसंचार की प्राध्यापिका डॉ॰ मधु दीप सिंह गत दस वर्षों से रंगमंच की विभिन्न विधाओं से किसी ना किसी रूप में जुड़ी रही हैं इन्होंने अपने अभिनय का कौशल राष्ट्रीय स्तर के नाट्य उत्सवों में किया है । कला प्रेमी होने के नाते अभिनय के साथ-साथ रंगमंच की अन्य विधाओं में भी बख़ूबी योगदान दिया है जिनमें लेखन, संगीत, चित्रकला व वस्त्र विन्यास प्रमुख है । NIFD से फ़ैशन डिज़ाइनिंग का औपचारिक प्रशिक्षण होने के कारण डॉ॰ मधु दीप सिंह का रुझान रंगमंच में परिधान व वेशभूषा के निर्देशन में भी रहा । इन्होने रंगमंच के लिए मैं कहानी हूँ, अग्नि और बरखा, परसाई की चौपाल व अन्य कई नाटकों के लिए वस्त्र विन्यास किया है। इन्होने बतौर अभिनेत्री भारत के अलग-अलग राज्यों में 70 से भी अधिक अपने नाटको की प्रस्तुति दी है जिनमे से प्रमुख है जिस लाहौर नी वेख्या ओ जन्मया नहीं, दूसरा आदमी दूसरी औरत, मैं कहानी हूँ, व तीन संबंध प्रमुख हैं।

अगर आप लेखक, अभिनेता या फिर मंच से जुड़ी किसी भी विधा को व्यक्त करना चाहते हैं तो उसके लिए रंगमंच पर प्रस्तुति देना अति आवश्यक है । जिसके लिए मंच, कलाकार व दर्शकों का होना अनिवार्य है । इन सबके बिना किसी भी मंचीय प्रस्तुति की कल्पना करना भी व्यर्थ है ।

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